बालवाड़ी शिक्षा की आधारशिला
Managed by United Education Development And Human Welfare Trust, Reg. Mathura, U.P.
(Reg. no. 4/346/2023)
( एक रुपए में शिक्षा ) शिक्षा अभियान के तहत संस्था द्वारा चलाए जा रहे बालवाड़ी केन्द्रों पर उन सभी गरीब , पिछड़े एवं शिक्षा की मुख्यधारा से वंचित 6 से 14 वर्ष आयु तक के छात्र व छात्राओं को समाज व सरकार से सहयोग प्राप्त कर शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने का सराहनीय कार्य किया जा रहा है । जिसमें समाज व सरकार का सहयोग वांछनीय है। जिससे कि भारत सरकार द्वारा चलाए जा रहे 100% साक्षरता अभियान को साकार रूप दिया जा सके व शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 को संपूर्ण लागू करने में भारत सरकार को सहयोग प्रदान किया जा सके।
बालवाड़ी केन्द्र खोलने के नियम व शर्तें:–
- भारत का कोई भी स्त्री व पुरुष बालवाड़ी केन्द्र अपने गांव में खोलने हेतु आवेदन कर सकता है।
- आवेदक की आयु 21 वर्ष से कम व 60 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए।
- आवेदक को कम से कम स्नातक पास होना अनिवार्य है।
- आवेदक को कम से कम 3 वर्ष का किसी शैक्षिक संस्थान में पढ़ाने का अनुभव होना चाहिए।
- आवेदक को संस्था की वार्षिक सदस्यता लेना अनिवार्य है।
- आवेदक के पास अधिकतम 30 छात्र व छात्राओं को बैठाने की समुचित व्यवस्था होनी चाहिए।
- बच्चों के लिए समुचित पानी , हवा व शौचालय की व्यवस्था होनी चाहिए।
- आवेदक का अपने क्षेत्र में सामाजिक होना अनिवार्य है।
- आवेदन करते समय आवेदक को समस्त शैक्षणिक व अन्य आवश्यक दस्तावेज की छाया प्रति का एक सेट स्वयं प्रति हस्ताक्षरित किया हुआ आवेदन पत्र के साथ संस्था के कार्यालय पर जमा कराना अनिवार्य है।
- आवेदन पत्र के साथ आवेदक को संस्था की वार्षिक सदस्यता की रसीद का संलग्न करना अनिवार्य है।
बालवाड़ी केंद्रों पर बच्चों को मिलने वाले लाभ:-
- पूरे एक वर्ष तक 1 से 2 घंटे का अध्ययन।
- आधारभूत शिक्षा का ज्ञान।
- सामाजिक मूल्यों का ज्ञान।
- व्यक्तित्व विकास एवं अच्छे संस्कारों का ज्ञान।
- अध्ययन के प्रति रुचि का बढ़ना।
- बच्चों में मानवीय मूल्यों का विकास।
- बच्चों में सही और गलत का अंतर पहचानने का विकास।
- बच्चों के जीवन में शिक्षा के महत्व का विकास।
- जीवन के लक्ष्यों को निर्धारित करने में सहयोग।
- बच्चों में सही आचरण करने की प्रवृति को विकसित करना ।
- बच्चों की रुचि को देखते हुए उनके भविष्य निर्माण के लिए मार्गदर्शन।
- बच्चों को नई तकनीकी ज्ञान की सुविधा।
- बच्चों में आत्मविश्वास का बढ़ाना।
- बच्चों और उनके अभिभावकों से मिलकर समय समय पर काउन्सलिंग की सुविधा।
बालवाड़ी केंद्रों पर स्वयंसेवी को मिलने वाले लाभ:–
- स्वयंसेवी को प्रतिमाह ₹ 2500+500 ( 3000 ) अथवा 100 रू प्रतिछाञ प्रतिमाह अनुदान के रूप में मिलेंगे।
- स्वयंसेवी को मिलने वाला अनुदान स्वयंसेवी की नियुक्ति के 11 माह तक ही मान्य होगा।
- प्रति क्षैशिक वर्ष के अंत में संस्था द्वारा उन सभी स्वयंसेवकों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा जिनका प्रदर्शन बालवाड़ी केंद्रों पर अच्छा होगा।
- बालवाड़ी केंद्रों पर अच्छा प्रदर्शन करने वाले स्वयंसेवकों की सेवाओं को अगले 11 महीने के लिए बढ़ाया जा सकता है।
- लगातार तीन शैक्षिक वर्ष पूरा करने के बाद स्वयंसेवकों के अनुदान को बढ़ाया जा सकता है।
- 1 वर्ष हेतु 1 लाख रु का व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा दिया जायेगा।